लैलूंगा में जगह जगह मनाया गया वट सावित्री व्रत,सुहाग की रक्षा के लिए की गई पूजा
हल्लाबोल 24.कॉम सबसे तेज न्यूज नेटवर्क
वट सावित्री व्रत आज , सुहाग की रक्षा के लिए किए पूजा अर्चना,अखंड सौभाग्य का प्रतीक वट सावित्री व्रत पर इस दिन सुहागिन महिलाएं वट वृक्ष की पूजा करने के साथ-साथ पति की लंबी आयु के लिए उपवास करती हैं। मान्यता है कि सावित्री ने अपने पति सत्यवान के जीवन के लिए यमराज की पूजा बरगद पेड़ के नीचे की थी। इसलिए इस व्रत में वट वृक्ष की पूजा का महत्व है।ज्येष्ठ माह भीषण गर्मी के लिए जाना जाता है।
इस समय आसमान से आग बरसने के समान गर्मी पड़ती है। ऐसे में महिलाएं निर्जला उपवास रखती है, जो बेहद कठिन होता है। वट सावित्री व्रत रखने से वैवाहिक जीवन में चल रही समस्याओं में भी कमी आती हैं। साथ ही पति की तरक्की के भी योग बनते हैं। इस दौरान व्रती महिलाएं सुखी-जीवन की कामना करते हुए बरगद के पेड़ की परिक्रमा करती है और उसके चारों ओर कलावा बांधती हैं एवम विधि विधान से पूजा अर्चना करती हैं।