ये है देश का अनोखा रेलवे स्टेशन.यहां ग्रामीणों के कब्जे में है प्लेटफार्म.क्या कोयला अफरा तफरी के लिए ही बनाया गया था यह स्टेशन..आगे पढ़े
हल्लाबोल 24.कॉम सबसे तेज न्यूज नेटवर्क
धरमजयगढ़ । भारतीय रेल में आप ने भी खूब सफर किया होगा। लेकिन शायद ही रेलवे की अनोखी चीजों पर आपका ध्यान गया हो। आज हम आपको एक ऐसे रेलवे स्टेशन की जानकारी देने जा रहे हैं जहां रेलवे स्टेशन के एक प्लेटफॉर्म का उद्घाटन करने पूरे नगर सहित आसपास के लोग भारी संख्या में शामिल हुए थे और घंटो इंतजार के बाद जब इस पटरी पर इंजन आई
और उस समय के कलेक्टर भीमसिंह तथा रेल के अधिकारियों को ऐतिहासिक स्वागत किया गया लेकिन उसके बाद इस पटरी पर रेलवे का इंजन यात्रियों के लिए नही बल्कि कोयले के लिए पहुंची जिसे लेकर ग्रामीणों ने भारी विरोध किया और कुछ दिनों तक चले कोयले की अफरा तफरी के बाद इस पटरी पर रेलगाड़ी की बाट जोहते जोहते क्षेत्रवासियो की आस और उम्मीद टूटने लगी है और इस प्लेटफार्म पर अब ग्रामीणों का कब्जा है
जिसमे ग्रामीण अपने मक्के की फसल सुखाया करते है।इस पूरे मामले में हमारी टीम द्वारा जुटाई गई जानकारी के अनुसार रेल्वे द्वारा वैसे तो जनता के पैसे का पूरा उपयोग कर लिया गया मगर सुविधाए की बात करे तो स्थानीय लोग अपने आपको ठगा महसूस कर रहे है ! पूरा मामला धर्मजयगढ़ में बने रेल्वे स्टेशन का है जिसे बने कई वर्ष हो गए मगर यात्री ट्रेनों का परिचालन आज तक नही हो पाया है किसी भी सरकार व उनके जनप्रतिनिधियों ने इस तरफ अपना ध्यान आकर्षित नही किया और आलम ये है की रेलवे स्टेशन में ग्रामीण अपने फसलों को रखे है तो वही दूसरी ओर यात्री शेड मैं वाहन को खड़ा किया जा रहा है
यदि यही स्थिति रही तो ऐसा ना हो कि पूरा स्टेशन ही गायब हो जाए बहरहाल चुनावी वर्ष है मतदान के लिए कम दिनों का समय बचा है क्षेत्रीय जनता भी अपने सांसद से यह उम्मीद लगाए बैठी है कि हमें कब यात्री पैसेंजर ट्रेन की सौगात मिलेगी ? हालाकि किसी भी पार्टी के प्रत्याशीयो ने अभी तक इस पर चर्चा नहीं की है वहीं सूत्रों से मिल रही जानकारी के अनुसार यहां स्थित रेलवे साइडिंग में काफी लंबे समय से कोयला का अफरा तफरी खेल भी जारी रहा है जो वर्तमान में बंद दिखाई पड़ रहा है!
नगर के व्यापारियों ने भी रेल मंत्री को एक पत्र जारी कर लिखा था कि जल्द से जल्द यहां रेलवे का यात्री परिचालन प्रारंभ किया जाए ताकि व्यापार की दृष्टि से यह और भी ज्यादा सुविधाजनक बन सके साथ ही साथ आम नागरिकों को आने जाने में कोई समस्या ना हो बड़े शहरों की और सरलता व सुगमता से पहुंचा जा सके वही स्थानीय नागरिकों की माने तो उनका कहना है (देखें वीडियो जब पहली बार आई थी इस पटरी पर इंजन 👇) :
कि यदि इस लोकसभा चुनाव के बाद यात्री परिचालन प्रारंभ नहीं किया गया तो वह सड़कों पर उतरकर आंदोलन करने के लिए बाधित होंगे, वहीं उन्हें वर्तमान भाजपा की सरकार से इस विषय पर काफी उम्मीद और भरोसा है बहरहाल यह तो आने वाला समय ही बता पाएगा सरकार उनकी उम्मीदों पर कितनी खरी उतरती है।।