धरमजयगढ़ के प्रस्तावित पुरूंगा कोल ब्लॉक अडानी कंपनी का विरोध शुरू. सैकड़ों ग्रामीण पहुंचे SDM कार्यालय.सर्वे के कार्य को प्रभावित करने SDM ने दी समझाइश.
हल्लाबोल 24.कॉम सबसे तेज न्यूज नेटवर्क
धरमजयगढ़ । धरमजयगढ़ विकासखंड के ग्राम पुरूंगा सहित आसपास के ग्रामों में प्रस्तावित कोल ब्लॉक अडानी कंपनी के सरवेयरों द्वारा इन दिनों सर्वे का कार्य किया जा रहा है.और क्षेत्र के विभिन्न इलाकों में घुमघुमकर सरवेयरो द्वारा कोयला का ग्रेड चेक किया जा रहा है जिसे लेकर ग्रामीणों में भारी आक्रोश व्याप्त है.और इसी आक्रोश के कारण आज सैकड़ों ग्रामीण धरमजयगढ़ के एसडीएम कार्यालय पहुंचे जहां उनके द्वारा प्रतावित कोल ब्लॉक का जमकर विरोध किया गया.
इस दौरान ग्रामीणों ने बताया कि अडानी कंपनी की तरफ से कोयला की जांच करने आय सर्वेयरो द्वारा बिना पंचायत की परमिशन के गांव के सरहदी इलाकों में मशीन लगाकर कार्य किया जा रहा है जिसके कारण जंगल के हरे भरे पेड़ पौधे नष्ट हो रहे है साथ ही उनके खेतो में लगी फसल को भी नुकसान पहुंच रहा है
ग्रामीण महिलाओं ने बताया कि उनके द्वारा वन अधिकार पट्टे की मांग की गई है जिस पर स्थानीय प्रशासन कभी ध्यान नहीं देता बल्कि उनके जल जंगल जमीन को उजाड़ने वालो के पक्ष में समर्थन देते नजर आ रहे है.वहीं स्थानीय एसडीएम डिगेश पटेल ने ग्रामीणों को समझाइश देते हुए कहा कि अभी भारत सरकार द्वारा सर्वे का कार्य किया जा रहा है जिसमे व्यवधान उत्पन्न करने वाले गांव के 17 लोगो को नोटिस जारी किया गया था ताकि भारत सरकार के सर्वे के कार्यों को प्रभावित ना करे
जल जंगल और जमीन से छेड़छाड़ बर्दाश्त नहीं : ग्रामीण
सोमवार की सुबह 11 बजे सैकड़ों की संख्या में सांभरसिंघा गांव के महिला और पुरुष धरमजयगढ़ एसडीएम कार्यालय पहुंचे जहां उनके द्वारा अडानी कंपनी का जमकर विरोध जताया,ग्रामीणों ने कहा कि हाथी प्रभावित क्षेत्र होने के साथ साथ उनके पूर्वजों के देवी देवता जंगलों में निवास करते है ऐसे में जंगल की तरफ छेड़छाड़ करना वो कतई बर्दाश्त नहीं करेंगे,उन्होंने कहा कि चाहे वो अडानी कंपनी हो या कोई भी कंपनी उनका जमकर विरोध किया जायेगा।।
एसडीएम की समझाइश के बाद सर्वे के लिए माने ग्रामीण
भारी विरोध के बाद धरमजयगढ़ एसडीएम डिगेश पटेल ने ग्रामीणों को समझाया की वर्तमान में भारत सरकार के आदेश पर सर्वे का कार्य किया जा रहा है इसे प्रभावित ना करे और ग्रामीणों की वो हरसंभव मदद करेंगे उन्होंने कहा कि वन अधिकार पट्टे की मांग प्रक्रिया में है जो जल्द ही निराकरण तक पहुंचेगी एसडीएम के साथ लगभग एक घंटे तक चली बातचीत के बाद आखिरकार ग्रामीण सर्वे होने देने के लिए माने लेकिन कंपनी का विरोध उनके द्वारा लगातार जारी रहेगा।।