एक्सीडेंट मामले में नाबालिक वाहन चालक और वाहन मलिक पर संगीन धाराओं में पुलिस ने की कार्यवाही
हल्लाबोल 24.कॉम सबसे तेज न्यूज नेटवर्क
● नशे में धुत्त सेंट्रो कार के चालक ने सड़क किनारे खड़े टीचर और बच्चों को मारी थी ठोंकर
● घटनास्थल पर पकड़े गये थे आरोपित वाहन चालक और वाहन में मौजूद वाहन स्वामी
● पुसौर पुलिस ने नाबालिक वाहन चालक और वाहन स्वामी पर अपराधिक मानववध का अपराध दर्ज कर आरोपियों को गिरफ्तार कर भेजी रिमांड पर
रायगढ़ । कल दिनांक 29/05/2024 के सुबह थाना पुसौर क्षेत्र अंतर्गत बोरोडीपा चौक पर सड़क किनारे खड़े स्कूली बच्चों और टीचर्स को लापरवाह सेंट्रो कार के चालक द्वारा तेज गति से वाहन चलाते हुए ठोंकर मार दिया जिससे अध्यापिका देवमाती भोय और 04 छात्र- निशार मेहर, तनिषा घोबा, भुमिका यादव, सोम पुरी को चोंटे आई । मौके पर मौजूद लोगों ने घायलों को पुसौर अस्पताल पहुंचा और पुलिस को सूचना दी गई । तत्काल पुलिस मौके पर पहुंची दुर्घटना कारित सेंट्रो कार सीजी 13 ए एक्स 7560 का चालक किशोर बालक तथा उसका साथी एवं वाहन स्वामी भागीरथी पटेल उर्फ सुनील वाहन में मौजूद थे तथा दोनों शराब के नशे में धुत्त प्रतीत हो रहे थे । पुसौर पुलिस द्वारा उनका मेडिकल कराया गया । घटना के संबंध में थाना पुसौर में सहायक शिक्षक मनोज प्रधान निवासी बोरोडीपा लिखित आवेदन दिया गया है । आरोपियों का कृत्य अपराधिक मानव वध की श्रेणी का अपराध पाए जाने पर थाना पुसौर में आरोपियों के विरुद्ध अपराध क्रमांक 135/2024 धारा 308,34 भादवि कायम कर आरोपित वाहन चालक विधि के साथ संघर्षरत बालक को अभिरक्षा में लेकर किशोर न्याय बोर्ड रायगढ़ तथा आरोपी वाहन स्वामी भागीरथी पटेल उर्फ सुनील पिता अशोक पटेल उम्र 35 वर्ष निवासी तडौला थाना पुसौर को जेएमएफसी रायगढ़ के न्यायालय रिमांड पर पेश किया गया । अपचारी बालक को बाल संप्रेक्षण गृह तथा आरोपी युवक को जेल वांरट पर पुसौर पुलिस द्वारा जेल दाखिल किया गया है । दुर्घटना में घायल हुए सभी बच्चों को प्राथमिक उपचार के बाद अस्पताल से डिस्चार्ज किया गया है । घायल श्रीमती देवमाती भोय (अध्यापिका) मेट्रो अस्पताल में भर्ती है जहां उनका इलाज चल रहा है। पुलिस अधीक्षक श्री दिव्यांग कुमार पटेल के दिशा निर्देशन पर की गई कार्यवाही में थाना प्रभारी पुसौर निरीक्षक रोहित बंजारे, उप निरीक्षक कुंदन लाल गौर, सहायक उप निरीक्षक उमाशंकर विश्वाल एवं आरक्षक दिनेश गोंड, ओशनिक विश्वाल की अहम भूमिका रही है ।