FOCUS : धरमजयगढ़ विकासखंड में शिक्षा व्यवस्था का बुरा हाल..सामुदायिक भवन में संचालित हो रहा प्राथमिक शाला..अधिकारी नहीं देते ध्यान
हल्लाबोल 24.कॉम सबसे तेज न्यूज नेटवर्क
धरमजयगढ़ । सरकार बच्चों को स्कूलों की ओर लाने के लिए हर माह कोई न कोई योजना लाती है। मिड-डे मील और साइकिल योजना से शिक्षा का ग्राफ बढ़ा भी है। लेकिन इसके बावजूद रायगढ़ जिले के धरमजयगढ़ विकासखंड में बच्चे सरकारी स्कूल से मुंह मोड़ रहे हैं। शिक्षकों की कमी और अपना भवन नहीं होने से स्कूलों में जाने से बच्चे और अभिभावक कतराते हैं।
जी हां ये मामला है धरमजयगढ़ और पत्थलगांव मुख्य मार्ग पर स्थित तेजपुर के केकरानारा का जहां पहली से पांचवीं कक्षा तक के प्राथमिक शाला के बच्चे सामुदायिक भवन में पढ़ने को मजबूर है.और अव्यवस्था का नजारा कुछ इस कदर है मानो विभागीय अधिकारी इनसे सौतेला व्यवहार करते हो यहां के शिक्षकों का कहना है कि स्कूल भवन निर्माण का कार्य तीन वर्षों से चल रहा है जो आज तक पूरा नहीं हो सका है.और मजबूरन उन्हें सामुदायिक भवन में कक्षा संचालित करना पड़ रहा है.
इतना ही नहीं उक्त भवन में मात्र एक छोटा सा हॉल और एक संकरा बरामदा है जिसमें पहली से लेकर पांचवीं तक के बच्चों को बैठाकर पढ़ाया जा रहा है, जिससे ना तो बच्चों को पढ़ाई में रुचि है और ना ही अभिभावक स्कूल अपने बच्चों को स्कूल भेजने में दिलचस्पी दिखा रहे है।इसके अलावा कक्षाएं दो ही शिक्षकों के भरोसे चल रहा है जिससे यहां पढ़ाई की गुणवत्ता का अनुमान लगाया जा सकता है।।
विकासखंड अधिकारी नहीं लेते सुध…
एक तरह जहां तीन सालों से चल रहे इस सिलसिले की तरफ विकासखंड अधिकारी का कोई ध्यान नहीं है वहीं शिक्षा विभाग की लापरवाही के कारण छात्रों का भविष्य अंधेरे में है.यहां का विजिट करने जब हमारी टीम पहुंची तो क्लास में पढ़ने के बजाय सभी बच्चे मध्यान भोजन के पश्चात गांव के गलियों में खेलते मिले न तो शिक्षक बच्चों की जिम्मेदारी समझ रहे है और ना ही विभाग के अधिकारी यहां दौरा करना मुनासिब समझते है ऐसे में राज्य सरकार की शिक्षा व्यवस्था धर्मजयगढ़ विकासखंड में दम तोड़ता दिखाएंडे रहा है।।