EXCLUSIVE : राम मंदिर ही नही 13 और मंदिरों को बनाने की तैयारी..दुनिया में होगी…,पढ़े पूरी खबर
हल्लाबोल 24.कॉम जिले का सबसे तेज न्यूज नेटवर्क
अयोध्या में भगवान राम का मंदिर भक्तों के लिए खोला जा चुका है। नवनिर्मित राम मंदिर में सोमवार को रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद आधी रात से ही श्रद्धालुओं का दर्शन के लिए जमावड़ा लगने लगा था। मंगलवार देर शाम तक पांच लाख से अधिक श्रद्धालु भगवान राम के बाल स्वरूप का दर्शन कर चुके थे। आने वाले दिनों में ये संख्या बढ़ने वाली है। दरअसल अयोध्या को एक वैश्विक आध्यात्मिक पर्यटन केंद्र बनाने की तैयारी चल रही है। इसके लिए विस्तृत योजनाएं बनाई जा रही हैं। योजनाओं के मुताबिक, अयोध्या नगरी में कम से कम 13 नए मंदिरों का निर्माण किया जाएगा। इनमें से छह विशाल मंदिर परिसर के अंदर होंगे और सात बाहर बनाए जाएंगे।एक टीवी की रिपोर्ट के मुताबिक, योजना के बारे में विस्तार से बताते हुए, राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के कोषाध्यक्ष स्वामी गुरुदेव गिरिजी ने बताया कि मुख्य मंदिर को पूरा करने के काम जारी है लेकिन साथ ही अन्य सभी परियोजनाएं भी चल रही हैं। बता दें कि मुख्य मंदिर की अभी तक केवल पहली मंजिल ही बनी है। गुरुदेव गिरिजी ने बताया, “दूसरी मंजिल पर का चल रहा है जिसके बाद शिखर (गुंबद) का काम किया जाना है।”
उन्होंने कहा कि इसके अलावा “राम परिवार के पांच प्रमुख मंदिरों पर काम चल रहा है।” भगवान राम को भगवान विष्णु का अवतार माना जाता है, इसलिए भगवान गणपति, शिव, सूर्य या सूर्य देव और देवी जगदम्बा को समर्पित मंदिर भी बनाए जा रहे हैं।पुजारी ने बताया कि मंदिर के चारो मुख्य कोनो में स्थित होंगे। भगवान राम के सबसे बड़े भक्त हनुमान को समर्पित भी एक अलग मंदिर होगा। इन मंदिरों पर पहले से ही काम चल रहा है। यहां मूर्तियां स्थापित कर दी गई हैं। पॉलिशिंग का काम है और फिनिशिंग टच अभी देना बाकी है। सीता रसोई के पास देवी अन्नपूर्णा को समर्पित एक मंदिर होगा। वहीं मंदिर परिसर के बाहर मौजूद विशाल क्षेत्र में सात मंदिर होंगे। उन्होंने कहा कि ये मंदिर उन लोगों को समर्पित होंगे जिन्होंने “भगवान राम के जीवन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।” उन्होंने कहा, “ये मंदिर संत वाल्मिकी, वशिष्ठ, विश्वामित्र, देवी शवरी और विशाल पक्षी जटायु के होंगे। इन्होंने राम के लिए अपना जीवन बलिदान कर दिया।”रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा के बाद से ही बड़ी संख्या में श्रद्धालु अयोध्या आ रहे हैं। देर रात जारी एक बयान के मुताबिक श्रीरामलला के बालरूप विग्रह की प्राण-प्रतिष्ठा अनुष्ठान के अगले दिन अयोध्या में उमड़े लाखों श्रद्धालुओं के सुगम दर्शन के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जमीन स्तर पर खुद मोर्चा संभाल लिया है। मंगलवार को अचानक अयोध्या पहुंचे मुख्यमंत्री ने पहले हवाई सर्वेक्षण कर स्थिति का जायजा लिया फिर स्थानीय प्रशासन के अधिकारियों के साथ बैठक कर श्रद्धालुओं की सुरक्षा, सुविधा और सहूलियत के लिए आवश्यक इंतजाम करने के लिए दिशा-निर्देश दिया। मंदिर के कपाट तो सुबह सात बजे खुले लेकिन रात के दूसरे पहर से ही दर्शनार्थी श्रद्धालुओं की अपरिमित कतार लग गई। हालांकि श्रद्धालुओं की सुरक्षा, सुविधा और सहूलियत के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर प्रशासन व पुलिस की टीमें पूरी तरह मुस्तैद थीं।