तथ्यहीन खबर सोशल मीडिया में वायरल कर कुछ तथाकथित लोगों द्वारा किया जा रहा भयादोहन:- जनपद सीईओ टंडन
हल्लाबोल 24.कॉम सबसे तेज न्यूज नेटवर्क
धरमजयगढ़ । पत्रकारिता लोकतंत्र का चौथा स्तंभ माना जाता है,जो की सच्चाई को आम जनता के सामने लाने का कार्य करता है।लेकिन वर्तमान परिदृश्य में कुछ कम पढ़े लिखे विवेकहीन लोग जिन्हें सही गलत का फर्क नही पता,किसी मामले की तह तक बिना जाए संबंधित मामले में सामने वाले का पक्ष जाने बिना बिना सर पैर की खबर लगाकर खुद ही अपनी पीठ थपथपाते हैं।ऐसे तथाकथित लोग अपनी ओछी हरकत से लोगों को परेशान का मीडिया को बदनाम करने का कुत्सित प्रयास करते हैं। बहरहाल ताजा वाकया धरमजयगढ़ जनपद पंचायत छेत्र अंतर्गत जबगा पंचायत का आश्रित ग्राम बलपेदा का है जहां कुछ बिरहोर समुदाय के लोग निवासरत हैं,और शासन द्वारा उनके उत्थान के लिए पीएम आवास स्वीकृत किया गया है,जो की वर्तमान में निर्माणाधीन है,जनपद सीईओ के निर्देशन में संबंधित सचिव द्वारा बिरहोर समुदाय के लिए गुणवत्तापूर्ण आवास निर्माण करवाया जा रहा है।लेकिन यहां भारी विडंबना की बात है की धरमजयगढ़ के कुछ तथाकथित लोग खुद को पत्रकार बताकर जबरन पीएम आवास की बनावटी खबर चलाकर अधिकारी और सचिव को बदनाम करना चाहते हैं,इसके पीछे उनकी ओछी मानसिकता है।
इस विषय में अधिक जानकारी देते हुए,धरमजयगढ़ जनपद सीईओ शिव कुमार टंडन ने स्थानीय मीडिया को बताया की दिनांक 22.04, 2024 को दोपहर के बाद दो व्यक्ति मेरे पास आए और खुद को पत्रकार हैं करके बोले,और ग्राम बलपेदा में पीएम आवास जनमन के तहत 06 हितग्राहियों आवास बन रहा है,जिसमे से 03 आवास टॉप लेबल और 03 आवास खिड़की लेबल तक बना है।का वीडियो बना कर लाए हैं,उन तथाकथित पत्रकारों का कहना है,की सचिव हितग्राहियों का पासबुक रखा है,और पैसा निकालकर खा रहा है,जबकि मेरा कहना है की सचिव पासबुक रखा है तो निश्चित रूप से जिम्मेदारी के साथ हितग्राहियों का घर बनेगा।इसकी मैं जनपद सीईओ गारंटी देता हूं,और यदि हितग्राहियों के हाथ में पैसा आएगा तो दारू पीकर या अन्य प्रकार से पैसा खर्च कर देंगे,और आवास नही बना पाएंगे।क्यूंकि आजादी के 75 साल बाद भी ये विशेष पिछड़ी जनजाति के लोग जंगल पहाड़ में रह रहे हैं।दाहीदांड में तो मचान बनाकर रहते हैं।आजादी के इतने वर्षो बाद आज वर्तमान सरकार ने इनकी सुध ली है,।मैंने उन तथाकथित लोगो से कहा की यदि आप लोग घर बनाने का रिस्क लेंगे,तो मैं पैसा हितग्राहियों के हाथ में दिलवा देता हूं।क्योंकि यदि हितग्राहि लोग पैसा खर्च कर डालेंगे तो कोई भी इनका पैसा वापस नहीं ले सकता,और आवास नही बन सकता,प्रधानमंत्री आवास योजना 2016-17 से चालू है,आज तक की स्थिति में धरमजयगढ़ में 14576 आवास स्वीकृत हुआ जिसमे से 12456 पूर्ण हो जिसमें से 12456 पूर्ण हो चुके हैं और 2120 अपूर्ण है, जिसमें से 557 आवास अप्रारंभ है।वहीं 557 आवास का पैसा हितग्राहियों के बैंक खाता में 25000-25000 रूपये डाला गया है। जिसे वो लोग खर्च कर डाले है। मिस यूज कर डाले है और बार-बार कहने के बाद भी आवास नहीं बना रहे है। इसके बारे में तो आप कभी नहीं लिखते और जो घर बनवा रहे है, उनके बारे में उल्टा सीधा विडियों बनाकर लाये हैं, मैने बोला हम हितग्राहियों घर बनवाने के पक्ष में है, रूपये का दुरूपयोग नहीं हो ऐसा चाह रहे है। मैं बिरहोर जाति के बारे में कभी भी गलत नहीं बोला हूँ ,बिरहोर जाति भाड़ में जाये, ऐसा कहना उनका सरासर गलत है। और ये उन तथाकथित पत्रकारों द्वारा झूठा खबर प्रकाशित कर अधिकारी को बैलेक मेंलिंग करने का तरीका है। भयादोहन करने वाले उक्त दोनों के द्वारा मेरे कथन को तोड़ मरोड़ कर लिखा गया है। और ग्राम पंचायत सचिव जबगा के द्वारा उन तथाकथित लोगो के पास जो कोई भी जानकारी दिया गया ,जो कि मेरे को कोई उसके बारे में कोई जानकारी नहीं है।