बड़ी खबर : धरमजयगढ में कोरबा वन मंडल से आया 57 हाथी जबकि पहले से मौजूद 37 हाथी.नर.मादा सहित बेबी एलिफेंट मौजूद…चिंघाड़ से गूंज रहा जंगल.
हल्लाबोल 24.कॉम सबसे तेज न्यूज नेटवर्क
धरमजयगढ़ । वन मंडल धरमजयगढ़ के जंगल इन दिनों हाथियों ले चिंगाड़ से गूंज रहा है.इन दिनों काफी तादाद में जंगली हाथी धरमजयगढ़ वन मंडल के धरमजयगढ़ सहित अगल बगल के रेंज में विचरण कर रहे है.विभाग से मिली जानकारी के अनुसार कोरबा वन मंडल से 57 हाथियों का दल धरमजयगढ़ वन मंडल में प्रवेश किया है जबकि पहले से ही इस वन मंडल में 37 हाथियों का दल अलग थलग इलाको में विचरण कर रहा है.जिसमे बोरो रेंज के रूपूंगा बीट में 1 हाथी वहीं बीते दिन सोहनपुर में जनहानि करने वाला 12 हाथियों का दल वर्तमान में ओंगना में डेरा किए हुए है जबकि बोरो रेंज के खम्हार में 3 और बोरो में एक हाथी विचरण कर रहा है.वहीं छाल, कुडेकेला,बेहरामार,हाटी,बनहर में एक एक हाथी विचरण कर रहा है जबकि बोजिया में 14 हाथियों का दल जंगल में डेरा डाले हुए है।।
वन विभाग कर रहा निगरानी.ग्रामीण हुए लापरवाह
इस तरह हाथियों का पूरा कुनबा यहां पर मौजूद हैं,जिसमे नर मादा सहित बेबी एलिफेंट भी मौजूद है वहीं एक साथ 48 हाथियों को देखकर ग्रामीण चिंतित नजर आ रहे है। पूरा जंगल हाथियों के चिंघाड़ से गूंज रहा है। हाथियों की चिंघाड़ सुनकर बड़ी संख्या में ग्रामीण मौके पर पहुंचे और उन्हें खदेड़ने का प्रयास करने लगे। हाथियों के मौजूदगी की जानकारी मिलते ही वन विभाग का दल मौके पर पहुंच गया और उनकी निगरानी कर रहा है आस पास के गांव में मुनादी कर लोगों को हाथियों के नजदीक नहीं जाने की सलाह दी जा रही है। बावजूद इसके ग्रामीण मानने को तैयार नहीं है और हाथियों के पास जाकर उसका फोटो खींचने के साथ ही वीडियो भी बना रहे है जिससे ग्रामीणों की लापरवाही साफ झलक रही है.हाथियों ने कई किसानों की फसलों को नुकसान भी पहुंचाया है। ग्रामीणों का आरोप है,कि हाथियों को खदेड़ने वन विभाग का प्रयास नाकाफी है।