विधायक चक्रधर सिंह सिदार का भारी विरोध : ईसाई आदिवासी महासभा ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर टिकट बदलने की मांग की
हल्लाबोल 24.कॉम जिले का सबसे तेज न्यूज नेटवर्क
लैलूंगा । छत्तीसगढ़ विधान सभा चुनाव विधान सभा क्षेत्र क्र. 15 जिला रायगढ़ ( छ.ग.) में निवासरत सभी मसीह समाज चर्च के समस्त ईसाई मिशनरिज रोमन काथलिक तथा जी. ई. एल. चर्च के द्वारा संचालित ईसाई आदिवासी महासभा के द्वारा एक ऐतिहासिक निर्णय लिया गया है । जहाँ ईसाई आदिवासी महासभा के फादर्स, सिस्टर्स, पास्टर्स, प्रचारक एवं ईसाई धर्मप्रेमी तथा ईसाई धर्म अनुयायियों ने लैलूंगा विधान सभा के वर्तमान विधायक चक्रधर सिंह सिदार से बहुत ज्यादा नाराज हैं ।
नाराजगी का मुख्य कारण यह है कि विधायक चक्रधर सिंह सिदार ने पूरे पाँच साल के कार्यकाल में ईसाई धर्मावलम्बियों के साथ पिछले विधान सभा चुनाव में किए गये समस्त वादों को पूरा नही कर पाये । वर्तमान विधायक चक्रधर सि़ह सिदार को निष्क्रिय बताया गया है, वे कभी भी जनसंपर्क नही करते हैं । ईसाई आदिवासी समाज के हितैषी नही हैं, विगत पांच सालों में समीह समाज बाहुल्य क्षेत्र में जनसंपर्क नही किया । ईसाई समाज के कोई भी सरपंच – सचिव तथा जन प्रतिनिधियों से संपर्क नही करता है, और किसी का फोन नही उठाता है । आदिवासियों से संबन्धित छोटे – छोटे कामों में ध्यान नही दिया जाता है । जबकि समीह समाज के लोगों कि जनसंख्या पूरे विधान सभा में लगभग 45,0000 की आबादी है । लैलूंगा विधान सभा क्षेत्र के सभी चर्च में प्रत्येक रविवार को गिरजा, मिस्सा, पुुजापाठ करते हैं । जहाँ समाजिक बुराईयों का निराकरण एवं विचार विमर्श किया जाता है ।
वहीं समाज के लोगों के द्वारा बुलाने पर विधायक के द्वारा ध्यान नही दिया जाता है । जबकि मसीह समाज जन्मजात कांग्रेस पार्टी के समर्थक हैं । और हमेशा कांग्रेस पार्टी को ही व्होट करते हैं । बाताया जा रहा है कि दिनांक 28 सितम्बर 2023 को ग्राम बीरसिंघा में बैठक आयोजित किया गया था । समाज के सभी प्रबुद्धजनों ने अपने – अपने विचार रखे और ध्वनि मत से सभी ने एक स्वर में वर्तमान विधायक को बदलकर किसी अन्य जीतने योग्य व्यक्ति को कांग्रेस प्रत्याशी पार्टी का प्रत्याशी बनाये जाने पर जोर दिया गया जो कि सर्व सम्मति से निर्णय लेते हुए प्रस्ताव पारित किया गया । वहीं लोगों का कहना है कि ईसाई समुदाय के साथ वर्तमान विधायक ने बहुत बड़ा धोखा किया है । जिसके कारण ईसाई आदिवासी महासभा के जिला अध्यक्ष सहित सभी लोगों में बहुत ज्यादा नाराजगी तथा आक्रोश व्याप्त है । ईसाई आदिवासी महासभा ने कई बार विधायक से बैठक करना चाहा पर कभी भी उन्होंने समय नही दिया, ना ही बैठना करना उचित समझा । जबकि ईसाई समुदाय का व्होट कांग्रेस पार्टी का पारंपरागत व्होट बैंक है । और ऐसे में ईसाई महासभा के ईसाई आदिवासियों कि नराजगी कहीं न कहीं वर्तमान के कांग्रेसी विधायक चक्रधर सिंह सिदार के लिए नुकसान दायक है । वहीं आपको हम यह भी बता दें कि लैलूंगा विधान सभा सीट में ईसाई आदिवासी महासभा के द्वारा विधायक के चेहरे को बदलने के संबन्ध में कांग्रेस पार्टी के हाई कमान तथा मुख्यमंत्री भुपेश बघेल, प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष दीपक बैज एवं उच्च शिक्षा मंत्री उमेश पटेल तथा उप मुख्यमंत्री मंत्री टी. ए. सिंह देव सहित छत्तीसगढ़ प्रदेश के चुनाव प्रभारी सुश्री कुमारी सैलजा से तथा सोनिया गांधी, राहुल गांधी, प्रियंका गांधी, राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे से सीधे लैलूंगा विधान सभा के निष्क्रिय विधायक चक्रधर सिंह सिदार के टिकिट को काट कर किसी अन्य जिताऊ प्रत्याशी को टिकिट देने हेतु ईसाई आदिवासी महासभा ने अपनी मांग रखी है । अब यह देखना होगा कि कांग्रेस पार्टी अब टिकिट देने को लेकर क्या विचार करती है । और किस नये चेहरे पर विश्वास करके टिकिट दिया जाता है । यह तो भविष्य के गर्भ में है । हालांकि टिकिट मांगने वालों में कई नाम आये हैं पर जिताऊ उम्मीदवारों में से बस पूर्व विधायक हृदय राम राठिया, श्रीमति विद्यावती सिदार, सुरेन्द्र सिदार के आलावा और कोई मैदान में नही है । वर्तमान विधायक का यदि टिकिट कटती है तो यही तीन नामों से किसी एक नाम पर पार्टी टिकिट देने पर विचार कर सकती है । जिसमें से मात्र एक चेहरा है जो कि लैलूंगा में कांग्रेस की नैय्या पार कराने सक्षम है उसका नाम हृदय राम राठिया है जो कि पूर्व में एक बार कांग्रेस पार्टी से विधायक रह चुके हैं । जिनका क्षेत्र में बहुत अधिक पकड़ है, और बहुत मजबूत पकड़ है । और जबरदस्त जनाधार वाले दबंग आदिवासी नेता के रूप में उनकी पहचान है । अब यह देखना होगा कि पार्टी आला कमान क्या निर्णय लेती है । और किसे टिकिट देकर चुनाव मैदान में उतारा जाता है, इसे तो वक्त ही तय करेगा ।