गांव में नए स्कूल भवन व सहायक शिक्षक की मांग को लेकर 14 जुलाई को करेंगे सड़क जाम
हल्लाबोल 24.कॉम जिले का सबसे तेज न्यूज नेटवर्क
धरमजयगढ़ । मानव जीवन में तरक्की की अहम बुनियाद शिक्षा को माना गया है, शिक्षा के अभाव में विकास की परीकल्पना करना भी बेमानी है। निजी घर एवं शिक्षक के अभाव में नौनिहालों का शिक्षा ग्रहण करना निसंदेह उनकी नैतिक बौद्धिक विकास में बाधक है।ऐसा ही एक गंभीर मामले से रूबरू कराने आपको ले चलते हैं धरमजयगढ ब्लॉक के कूकरी खोर्रो गांव
जहाँ के प्राथमिक शाला में करीब 40-45 बच्चे एक शिक्षक के सहारे पढ़ने को मजबूर हैं,और निजी घर मे जैसे तैसे पढ़ाई कर अपना भविष्य गढ़ने को लाचार हैं।दरअसल यह गंभीर मामला धरमजयगढ के कूकरी खोर्रो ग्राम का है जहाँ का पुराना प्राथमिक स्कूल पूरी तरह से जर्जर हो चुका है ,यहाँ पढ़ाई तो दूर यहां पर खड़े होना भी जान जोखिम में डालने के बराबर है।ये भवन इतनी खस्ताहाल हो चुकी है की, कभी भी भरभराकर जमीन पे आ सकती है। ऐसे में बच्चों की सुरक्षा को मद्दे नजर रखते हुए स्कूल के हैडमास्टर व पालकों द्वारा वहीं के एक निजी घर मे बच्चों की पढ़ाई को करीब 3 सालों से जारी रखे हुए हैं।
यहाँ ऐसी बात नही की इस गंभीर समस्या की शिकायत संबंधित उच्चाधिकारी व जनप्रतिनिधियों से नही की गई है,या सबंधित अधिकारी को इस बात की जानकारी नहीं,बल्कि ग्रामीणों की माने तो कई मर्तबा सूचना व शिकायत के बाद भी कहीं से समाधान की कोई उम्मीद नजर नही आ रही है। लिहाजा ऐसे में अब संबंधित ग्रामवासियों द्वारा बच्चों के भविष्य को ध्यान में रखते हुए फैसला लिया गया है की गांव में नए स्कूल भवन व सहायक शिक्षक की मांग को लेकर सड़क पर उतरकर 14 जुलाई को कूकरी खोर्रो में मुख्य मार्ग को जाम करेंगे,ताकि शासन प्रशासन इस ओर संजीदगी से ध्यान दे और इस विकट समस्या का समाधान हो सके। ग्रामवासी सड़क जामकर शासन प्रशासन के समक्ष समस्या रखना चाह रहे हैं जिसके लिए उन्होंने स्थानीय धरमजयगढ एस डीएम ,विकास खंड शिक्षाधिकारी जिला शिक्षा अधिकारी समेत धरमजयगढ पुलिस को ज्ञापन सौंप चुके हैं।इस मसले पर कूकरी खोर्रो प्राथमिक शाला हैडमास्टर जीवर्धन यादव का कहना है
भवन 1995 का बना हुआ जो जर्जर हो चुका है। इसलिए निजी भवन में बच्चों को पढ़ाया जा रहा है वह भी केवल एक हैडमास्टर के सहारे मजबूरन बच्चों को शिफ्ट में पढ़ाया जा रहा है हालांकि हाल ही में धरमजयगढ विकास खंड शिक्षाधिकारी द्वारा नए स्कूल भवन निर्माण के लिए प्रस्तावित होना इसके लिए टेंडर प्रक्रिया
प्रोसेस में है,तथा स्कूल में शिक्षक की कमी को दूर करने का आश्वासन दिया गया है।