बड़ी खबर : नगर पंचायत धरमजयगढ़ में कमीशन के नाम पर GST का खेला..तत्कालीन CMO सहित नगर पंचायत अध्यक्ष की भूमिका पर सवाल…देखें वीडियो
हल्लाबोल सबसे तेज न्यूज नेटवर्क
देखें वीडियो : क्या कह रही नगर पंचायत अध्यक्ष तरुण श्याम साहू
धरमजयगढ़ । नगर पंचायत के टेंडर पद्धति प्रणाली में उठ रहे कई सवाल, अधोसंरचना मद के कार्यों के लिए निकाला गया था निविदा, तत्कालीन सीएमओ सहित नगर पंचायत के अन्य जिम्मेदारों पर उठ रहे सवालिया निशान ?यहां के ठेकेदार दबी जुबान में मामले को लेकर उच्च स्तरीय जांच की मांग कर रहे हैं।सूत्रों से मिल रही जानकारी के अनुसार जानबूझकर 5 से 10% ज्यादा दर पर भरवाया गया टेंडर और उसके बदले 5% फिक्स किया गया था कमीशन।दरअसल धरमजयगढ़ नगर पंचायत किसी न किसी भ्रष्टाचार के मुद्दे को लेकर आए दिन सुर्खियों में बने रहता है।इस बार एक बार फिर जीएसटी के नाम पर घोटाला विवादो में घिरता दिख रहा है, सूत्रों से मिल रही जानकारी के अनुसार अधोसंरचना मद के लिए निकलें टेंडर ठेकेदारों की आपसी तालमेल बैठा करके प्राप्त किया गया था।
जिसके रूप में उन्हें एक फिक्स कमीशन का विभागीय वितरण भी करना था,जिसे लेकर यह पूरा खेल खेला गया है, शासन द्वारा अप्रारंभ कार्यों की सूची मांगे जाने पर उन कार्यों की सूची भी भेज दी गई है, जिन कार्यों को ठेकेदार द्वारा पूर्ण कर लिया गया है, या जिनके कार्य चालू थे।जिन्हें कार्य आदेश भी दिया जा चुका था, अब सबसे बड़ा सवाल यह उठ रहा है कि जब कार्य आदेश दिया जा चुका था, कई कार्य पूर्ण हो चुके थे, और कई कार्य चालू अवस्था में थे।अब यहां सवाल उठता है की तब फिर इन सभी कार्यों को अप्रारंभ बता कर क्यों भेजा गया,यह एक बड़ा सवाल है???? काम करने के बाद भी कई ठेकेदारों का भुगतान अब तक नहीं हो पाए है, जिसका कारण यह बताया जा रहा है, कि अप्रारंभ कार्यों की सूची में उनके कार्य का भी नाम शामिल है, जिस वजह से उन्हें भुगतान नहीं कर पा रहा है।वहीं शासन से इन सभी कार्यों का पुनः स्वीकृति मिलने पर नए निविदा निकाले जाने की बात भी सामने आ रही है।।कुल मिलाकर इस पूरे मामले में शासन को भी नगर पंचायत के जिम्मेदारों द्वारा दिग्भ्रमित किया गया है,इस पूरे खेल में कहीं न कहीं तात्कालिक सीएमओ पंकज पांडे,और नगर पंचायत अध्यक्ष की भूमिका संदिग्ध है।।