तटबंद न बनने से धरमजयगढ़ मुक्तिधाम का अस्तित्व खतरे में ..स्थानीय नागरिक जल्द निर्माण करवाने प्रशासन से लगा रहे गुहार।
हल्लाबोल 24.कॉम सबसे तेज न्यूज नेटवर्क
धरमजयगढ़ । धर्मजयगढ़ में दाह संस्कार के लिए सर्व समाज के सहयोग से लाखों रुपए खर्च करके बनाए गए मुक्तिधाम के अस्तित्व में खतरा मंडराता दिख रहा है। जिम्मेदार जनप्रतिनिधियों व स्थानीय प्रशासन के नाकामयाबियो की वजह से यह दशा झेल रहा है। पूर्ववर्ती कांग्रेस के सरकार में तत्कालीन मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के भेंट मुलाकात दौरा कार्यक्रम मैं नगर आगमन होने पर स्थानीय नागरिकों द्वारा मुक्ति धाम मैं तटबंध निर्माण का आवेदन दिया गया था। जिसके कुछ महीने बाद ही उसे स्वीकृति मिल गई। जिसका बाकायदा निविदा भी नगर पंचायत द्वारा निकलवाया गया ।
कुछ तकनीकी समस्याओं की वजह से इसे खोलने में कुछ विलंब भी हुई।और जब यह खुला तब कुछ दिनों के बाद विधानसभा चुनाव था। वहीं सरकार बदलते ही शासन द्वारा अप्रारंभ कार्यों की सूची मांगी गई जिसमें तटबंध के इस कार्य को भी भेज दिया गया ।कार्य वापस होने के बाद आज तक इसे चालू नहीं किया जा सका है ।वही हालात ऐसे हैं कि इस सत्र वर्षा ऋतु में यह मिट्टी के कटाव से पूरा ही ना टूट जाए। मुक्तिधाम समिति के द्वारा प्रदेश के मुख्यमंत्री व क्षेत्र के पूर्व सांसद को इसकी वास्तविक स्थिति से अवगत कराते हुए जल्द ही मुक्तिधाम तटबंध निर्माण करवाने की बात उनसे कही गई है।