शासकीय योजनाओं को भी नही छोड़ रहे जंगली हाथी
वन मंडल में करीब 150 हाथी कर रहे विचरण
धरमजयगढ़ । क्षेत्र में इन लगातार जंगली हाथियों का डेरा बना हुआ है और आयदिन जंगली हाथियों को कभी सड़क क्रॉस करते तो कभी रिहायशी इलाकों के आसपास देख जा रहा है वहीं वन विभाग भी हाथियों की निगरानी के लिए बकायदा ड्रोन और हाथी मित्र दल की टीम गठित की हुई है जिससे नुकसान की खबरों में कमी आई है
लेकिन ग्रामीणों को हाथियों का डर भी बना हुआ लिहाजा अब ग्रामीण क्षेत्र के लोग जान जोखिम में न डालकर हाथियों के करीब जाने से कतराने लगे है।वहीं हाथियों का कई दल इलाके के।अलग अलग क्षेत्रों में विचरण कर है जो अपने चारापनी की तलाश में रिहायशी इलाकों के नजदीक पहुचकर फसलों को नुकसान पहुंचा ही रहा है और इसी क्रम में बीती रात 28 हाथियों का झुंड पंडरीपानी के आरएफ 419 में पहुंचा और ग्रामीणों के द्वारा शासन की योजनाओं नाबार्ड से लगाए गए आम की फसलों को नुकसान पहुंचाया है।जिसमे आम के फल भी लगने शुरू हो गए थे ऐसे में ग्रामीणों ने हाथियों से हुए इस नुकसान की भरपाई की मांग संबंधित विभाग से की है।
वन मंडल में तकरीबन 150 हाथी कर रहे विचरण
आपको बता दे की वन मंडल धरमजयगढ़ जंगली हाथियों का रहवास बन चुका है। यहां के वातावरण में हाथी घुलमिल चुके है।वन मंडल में तकरीबन 150 हाथियों का दल अलग अलग क्षेत्रों में विचरण कर रहा है जो एक तरफ किसानों के लिए चिंता का विषय है वहीं इनकी सुरक्षा को लेकर संबंधित विभाग के लिए भी एक चुनौती बनी हुई है।