60 घंटे से लापता युवक की आखिरकार डैम किनारे मिली लाश
रायगढ़/लैलूंगा। मछली पकड़ने के चक्कर में खम्हार पाकुट डैम में समाया संदीप आखिरकार मिल गया। ट्यूब पलटने के कारण 60 घंटे से लापता युवक की बांध के किनारे बरामद हुई। होमगाड्र्स के तैराक जलमग्न संदीप को दो रोज से खोज रहे थे। वहीं, बिलासपुर से ऑक्सीजन और मास्क लेकर आई गोताखोर टीम के रेस्क्यू के पहले ही युवक का शव पुलिस के हाथ लग गया है। यह घटना लैलूंगा थाना क्षेत्र की है।इस संबंध में थाना प्रभारी आरएस तिवारी ने बताया कि लैलूंगा से 20 किलोमीटर दूर ग्राम रूपडेगा निवासी संदीप लकड़ा आत्मज महाजन लकड़ा (18 वर्ष) बीते शनिवार शाम अपने दोस्त रोशन मिंज के साथ खम्हार पाकुट डैम में मछली मारने गया था
तभी ट्यूब पलट गई। रोशन मिंज तो किसी तरह किनारे पहुंच गया, मगर संदीप पानी के आगोश में समा गया था। जिला मुख्यालय से होमगाड्र्स के तैराक बोट लेकर ग्रामीणों की मदद से काफी खोजबीन भी की लेकिन उसका कोई पता नहीं चला।लापता संदीप के परिजनों की फरियाद पर पुलिस ने बिलासपुर की उस गोताखोर टीम से भी सहायता मांगी जो अत्याधुनिक मास्क और ऑक्सीजन सिलेंडर से लैस होकर गहरे पानी में जाकर रेस्क्यू करते हैं। सोमवार शाम को बिलासपुर से गोताखोर दल लैलूंगा पहुंचा भी और मंगलवार सुबह रेस्क्यू करने की योजना भी बना चुके थे, लेकिन 60 घंटे से जलमग्न संदीप की लाश खम्हार पाकुट डैम के किनारे कम पानी वाले रेतीले भाग में मंगलवार तडक़े लगभग 6 बजे देखी गई।चूंकि, पानी में डूबे रहने से शव का मुंह फूल चुका था इसलिए उसकी शिनाख्त के लिए लकड़ा परिवार को बुलाना पड़ा। 2 दिन से डैम में लापता संदीप की लाश को देखते ही उसके परिजन रोने लगे। मृतदेह वही कमीज और फुलपैंट पहना था जो घटना के दौरान था। डैम में संदीप के वीभत्स शव को देखने भीड़ लगने लगी तो पुलिस ने पंचनामा करते हुए उसे पोस्टमार्टम के लिए नजदीकी अस्पताल भेजा, साथ ही मर्ग कायम कर हादसे की छानबीन भी की जा रही है।