हाथियों द्वारा नेशनल हाईवे पर बाधा डालने से वाहनों की लंबी कतारें, स्थिति नियंत्रण में जुटी प्रशासनिक टीम
अंबिकापुर। अंबिकापुर शहर सीमा से लगे बधियाचुआं, गंझाडांड़, लालमाटी क्षेत्र में पिछले पांच दिनों से 33 हाथियों का दल विचरण कर रहा है। इस बारे में सरगुजा वनमंडलाधिकारी (DFO) टी. शेखर ने ड्रोन का उपयोग करके हाथियों की गिनती की है। इस समस्या को देखते हुए वन विभाग ने हाथियों को जंगल में सीमित रखने और उन्हें उनके आने वाले मार्ग से ही वापस लौटाने के लिए प्रयास किया है।हाथियों का यह समूह अंबिकापुर-रायगढ़ राष्ट्रीय राजमार्ग (NH) के पास लालमाटी के पास पहुंचा था, जिससे मार्ग में आवागमन को बाधित किया गया था। हाथियों ने किसानों के खेतों में गन्ना और सब्जियों को नुकसान पहुंचाया। वन विभाग की कोशिश थी कि हाथियों को उनके पुराने मार्ग पर वापस भेजा जाए, लेकिन ग्रामीणों ने हाथियों को अपने गांव की ओर न आने दिया और उन्हें दूर रखने की कोशिश की।वन विभाग ने हाथियों की निगरानी के लिए छह टीम गठित की है, जिसमें वन, पुलिस और हाथी मित्र दल के सदस्य शामिल हैं। ड्रोन की मदद भी ली जा रही है और हाथियों को उनके आने वाले मार्ग से ही वापस लौटाने की तैयारी की जा रही है। वर्तमान में हाथियों का दल गंझाडांड़, लालमाटी और सुमेरपुर वनक्षेत्र में ही विचरण कर रहा है, जिसके कारण आसपास के गांवों के लोगों ने अपनी सीमाओं पर एकत्रित होकर हाथियों को रोकने का प्रयास किया है।