सिंचाई परियोजनाओं से किसानों को मिले पानी-कलेक्टर तारन प्रकाश सिन्हा
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फसलों के खराब होने की स्थिति में वैकल्पिक फसल के लिए बनाए कार्य योजना,कीट, खाद के संबंध में किसानों को जागरूक करने एडवायजरी जारी करने के दिए निर्देश,कलेक्टर श्री सिन्हा ने ली जिला जल उपयोगिता समिति की बैठक
रायगढ़/ कलेक्टर श्री तारन प्रकाश सिन्हा की अध्यक्षता में आज कलेक्टर कक्ष में जिला जल उपयोगिता समिति की बैठक आयोजित हुई। कलेक्टर श्री सिन्हा ने वृहद, मध्यम एवं लघु सिंचाई योजनाओं के संबंध में चर्चा करते हुए जल भराव स्थिति की जानकारी ली। विभागीय अधिकारी ने बताया कि वर्तमान में जलाशयों में 75 प्रतिशत जल उपलब्ध है। इस अवसर पर जिला पंचायत अध्यक्ष श्री निराकार पटेल भी उपस्थित रहे। कलेक्टर श्री सिन्हा ने वृहद सिंचाई योजनान्तर्गत मिनीमाता बांगों परियोजना तथा केलो परियोजना के संबंध में जानकारी ली। विभागीय अधिकारी ने बताया कि परियोजना अंतर्गत अन्य जिले के किसानों को पानी उपलब्ध कराया जा रहा है। जिस पर जिला पंचायत अध्यक्ष श्री पटेल ने आपत्ति जताते हुए कहा कि रायगढ़ जिले के किसानों को भी उक्त परियोजना से सिंचाई हेतु पानी मिलना चाहिए। कलेक्टर श्री सिन्हा ने कहा
कि वर्तमान में हो रही खण्ड वर्षा के मद्देनजर फसलों को काफी नुकसान हो रहा है। उन्होंने ईई जल संसाधन संभाग खरसिया को निर्देशित किया कि मिनी माता बांगों परियोजना से खरसिया के किसानों को अतिशीघ्र सिंचाई हेतु केनाल के माध्यम से पर्याप्त मात्रा में पानी उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें, ताकि उन्हें खेती-किसानी में किसी प्रकार की परेशानी न हो। इस दौरान कलेक्टर श्री सिन्हा ने राज्य स्तरीय अधिकारी को कॉल कर जिले में फसलों की स्थिति से अवगत कराते हुए सिंचाई हेतु जल समस्या के संबंध में चर्चा भी किए। इस दौरान विभागीय अधिकारी ने बताया कि केलो परियोजना अंतर्गत सिंचाई तथा निस्तारी हेतु तालाबों के लिए भी पानी छोड़ा जा रहा है। इसी प्रकार मध्यम सिंचाई योजनान्तर्गत जल संसाधन संभाग रायगढ़ एवं धरमजयगढ़ संभाग में एक-एक योजनाएं संचालित है।
इसी प्रकार लघु सिंचाई योजनान्तर्गत जल संसाधन संभाग रायगढ़ अंतर्गत 83 तथा धरमजयगढ़ संभाग अंतर्गत 43 योजनाएं संचालित की जा रही है। जिले में कुल 126 लघु सिंचाई योजनाएं संचालित है। जिस पर कलेक्टर श्री सिन्हा ने कहा कि जलाशयों की यथास्थिति अनुसार सिंचाई हेतु जल उपलब्ध कराया जाए। कलेक्टर श्री सिन्हा ने जिले के जलस्तर के संबंध में जानकारी ली। जिस पर ईई पीएचई श्री परीक्षित चौधरी ने बताया कि वर्तमान में जलस्तर बेहतर है, लेकिन बारिश में कमी होने से जलस्तर में गिरावट आ सकती है। इस दौरान कलेक्टर श्री सिन्हा ने राम झरना के लिए कार्य योजना के संबंध में निर्देशित किया। कलेक्टर श्री सिन्हा ने वर्तमान में फसलों की स्थिति की जानकारी ली। विभागीय अधिकारी ने बताया कि जिले के कुछ हिस्सों में वर्षा की कमी के कारण फसलों की स्थिति खराब है। जिस पर कलेक्टर श्री सिन्हा ने विभागीय अधिकारी को फसल खराब होने की स्थिति में वैकल्पिक फसलों की जानकारी देने के लिए विस्तृत कार्ययोजना अतिशीघ्र बनाने के निर्देश दिए। उन्होंने फसलों के लिए आवश्यक खाद एवं फसलों में लगने वाले कीटों की समस्या से निपटने के लिए समय-समय पर फसलों के बचाव हेतु एडवाईजरी जारी करने के निर्देश दिए, जिससे किसानों को जागरूक कर फसल नुकसान से बचाया जा सके।इस अवसर पर ईई जल संसाधन श्री एस.के.गुप्ता, ईई केलो परियोजना श्री पी.आर.फुलेकर, ईई पीएचई श्री परीक्षित चौधरी, ईई कार्यपालन अभियंता जल संसाधन संभाग मिनीमाता बांगों नहर खरसिया श्री एक्का, प्रभारी कार्यपालन अभियंता जल संसाधन सर्वे.एवं बैराज निर्माण खरसिया श्री एल.एल.अहिरवार सहित संबंधित
विभागीय अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित रहे।