महाजेंको के सर्वे के लिए आये ग्रामीणों में SDM के खिलाफ आक्रोश व्याप्त , लगाए गए कई आरोप
एसडीएम एसी कमरे में रही एसडीएम महाजेंको के प्रभावित जनता की सुध तक नही ली
महाजेंको कि प्रभावित जनता चिलचिलाती धुप में इंतेजार करते रहे एसडीएम महाजेंको की मिठाई से सभागार भवन का उदघाटन कर रही है
धरमजयगढ़ । मामला घरघोड़ा एसडीएम कार्यालय का है जहाँ 30 मई को पत्र के माध्यम से महाजेनको प्रभावित 14 गाँव के सरपंच समेत 4 से 5 प्रभावितों और प्रतिनिधियों को कम्पनी के साथ गाँव के सर्वेक्षण (सर्वे) के संबंध में बैठक करने के लिए दोपहर 3 बजे बुलाया गया रहा। 3 बजे जब SDM ऋचा ठाकुर अपने चेम्बर में ही बैठी थी वहाँ कुछ ही देर में इतनी भीड़ बढ़ गई की बाकी के बचे हुए प्रभावित सरपंच, ग्रामीण और महिलायें जो की नवतपा के 45 डिग्री के तापमान में 25 से 30 किमी दूरी से सफर कर आये रहे वे चेम्बर में खड़ा तक होने की जगह नहीं बचने की वजह से चेम्बर से बाहर ही 45 डिग्री तापमान में खड़े रहे। कुछ ही देर में अनुविभागीय
अधिकारी द्वारा अपने चेम्बर में ही अनौपचारिक बैठक आहूत कर दी गई जिसका विरोध बाहर खड़े कुछ पंचायत के प्रतिनिधियों द्वारा किया गया जिसे देख कर सभागार में बुलाये गए बैठक जो की चेम्बर में ही शुरू हो गई रही उसे रद्द कर दिया गया और अगले बैठक की तारीख 10 जून निर्धारित की गई है। दोपहर 3 बजे बैठक रखने के संबंध में एसडीएम ने बताया की वे सुबह टीएल मीटिंग में व्यस्त रहीं वहीं उन्होंने 3 बजे बैठक करने की वजह यह भी बताई की बैठक में ज्यादा समय उपलब्ध होने पर अनौपचारिक बातें भी होती हैं वहीं एक कारण उन्होंने गर्मी बर्दास्त नहीं कर पाना भी बताया और 24 डिग्री में बैठक करते रहीं जिस पर ग्रामीणों ने कहा की जबकी गाँव विस्थापित होने की बात हो रही है तो वे खुले मैदान में भरी गर्मी में भी बैठक करने को तैयार हैं वहीं इतनी जरुरी बैठक जिसके प्रभाव से पूरा गाँव जल, जंगल, जमीन सब कुछ चला जा रहा है वहाँ कोई अनऔपचारिक बात कैसे हो सकती है।
बता दें की घरघोड़ा अनुविभाग कार्यालय में अलग से सभागार बनाया गया है जिसमें सैकड़ों लोग बैठ सकते हैं पर अब तक उसका उद्घाटन नहीं हुआ था शायद बैठक के लिए पत्र प्रेषित करते समय एसडीएम मैडम यह बात भूल गई रही फिर सभागार का पूजन और उद्घाटन कर महाजनको कम्पनी द्वारा मंगाए गए मिठाई के डिब्बे को बाँट कर बैठक को 10 जून के लिए स्थगित कर दिया गया।