चंवरपुर में मिले अधेड़ व्यक्ति के शव मामले की जांच पर हत्या का अपराध दर्ज कर लैलूंगा पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर भेजा रिमांड पर
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रायगढ़ । 27 सितंबर के शाम थाना प्रभारी लैलूंगा निरीक्षक मोहन भारद्वाज को ग्राम चंवरपुर के खेत टिकरा में एक अधेड़ व्यक्ति का शव पड़े होने की सूचना मिला । सूचना पाकर तत्काल थाना प्रभारी लैलूंगा अपने स्टाफ के साथ मौके पर पहुंचे । जहां शव के निरीक्षण पर मृतक के शरीर में हाथ मुक्का एवं डंडे से मारपीट जैसे चोट के निशान देखा गया । मृतक की शिनाख्त महाजन सिदार पिता स्व.समारू सिदार उम्र 60 वर्ष साकिन ग्राम सिहारधार गम्हार थाना लैलूंगा के रूप में हुआ । घटनास्थल पर मृतक का टार्च एवं एक जोड़ प्लास्टिक का जूता रखा हुआ था जिसे जप्त किया गया । लैलूंगा पुलिस द्वारा बिना नंबरी मर्ग कायम कर पंचनामा कार्यवाही पश्चात मृतक की मृत्यु का वास्तविक कारण का पता लगाने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया । थाना प्रभारी लैलूंगा द्वारा संदेहास्पद मर्ग की सूचना वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक एवं अनुविभागीय पुलिस अधिकारी धरमजयगढ़ को दिया गया । वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा थाना प्रभारी को पीएमकर्ता चिकित्सक से शॉर्ट पीएम रिपोर्ट प्राप्त कर अग्रिम विधि अनुरूप निर्देश दिये गये । थाना प्रभारी लैलूंगा द्वारा मृतक के वारिसानों से पूछताछ करने पर वे बताये कि महाजन सिदार (मृतक) के घर 26 सितंबर को ग्राम चंवरपुर का रतन सोरेंग, उसकी पत्नी तथा भाई-बहू उसके घर आये थे । रतन सोरेंग की पत्नी शाम को वहीं सो गई थी जिसे छोड़ने महाजन सिदार को ग्राम चंवरपुर रतन के घर गया था और वापस नहीं आया ।
शार्ट पीएम रिपोर्ट पर मृत्यु की प्रकृति हत्यात्मक पाये जाने पर 29 सितंबर को हत्या का अपराध दर्ज कर थाना प्रभारी द्वारा मृतक के चचेरे भाई एतवार सिदार से मिली जानकारी पर कड़ी से कड़ी को जोड़ते हुये ग्राम चंवरपुर के रतन सोरेंग, उसकी पत्नी और भाई- बहु से अलग-अलग पूछताछ किया गया जिसमें उनके बयान में विरोधाभाष आया, हिकमत अमली से पूछताछ करने पर वे बताएं कि तीनों 26 के सुबह ग्राम सिहारधार गए थे, जहां महाजन सिदार के घर सभी खाना पीना किये जिसके बाद रतन और उसकी भाई-बहू घर लौट आए, रतन की पत्नी वहीं सो गई । महाजन सिदार रात्रि करीब 9:00 बजे रतन की पत्नी को छोड़ने पैदल उसके घर गया । जहां रतन के घर में बैठकर सभी बातचीत कर रहे थे, तभी रतन का लड़का संतोष सोरेंग आया और बाहरी लोग (महाजन सिदार) को घर में बुलाते हो कहकर अपने माता पिता से झगड़ा विवाद करने लगा । झगड़ा को देखकर महाजन सिदार अपने घर जाने निकला, संतोष सोरेंग भी बांस का डंडा लेकर महाजन सिदार के पीछे-पीछे गया और रास्ते जंगल में डंडा और हाथ मुक्के से मारपीट कर महाजन सिदार की हत्या कर जंगल में शव को छोड़कर आ गया । आरोपी संतोष सोरेंग पिता रतन सोरेंग उम्र 24 साल निवासी चैलीटोंगरी चंवरपुर थाना लैलूंगा से पूछताछ कर उसने अपना गुनाह कबूल किया जिसके मेमोरेंडम पर घटना में प्रयुक्त बांस का पतला डंडा की जप्ती की गई है । आरोपी को हत्या के अपराध में गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर भेजा गया, जहां से जेल वारंट पर आरोपी को जेल दाखिल किया गया है । वरिष्ठ अधिकारियों के मार्गदर्शन एवं एसडीओपी धरमजयगढ़ दीपक मिश्रा के सुपरविजन में आरोपी पतासाजी, गिरफ्तारी में थाना प्रभारी लैलूंगा निरीक्षक मोहन भारद्वाज, सहायक उप निरीक्षक चंदन नेताम, प्रधान आरक्षक जय शरण चंद्रा, सुमेश गोस्वामी एवं आरक्षक हेलारियुस तिर्की की अहम भूमिका रही है ।