गरीब बच्चों,महिलाओं और बुजुर्गो के चेहरे पर मुस्कान लाने “मलका कंपनी” ने किया कपड़ा और जूता प्रदान…रोजगार देकर युवाओं को बढ़ा रहा आगे..
हल्लाबोल 24.कॉम जिले का जिले का सबसे तेज न्यूज नेटवर्क
धरमजयगढ़ । मेहनतकश मजदूरों के बच्चों को झोला लेकर स्कूल जाते देखा तो उनके चेहरे पर मुस्कान लाने की जिद धरमजयगढ़ के मलका कंपनी ने की।और इसके बाद बिना तामझाम के एक सादा कार्यक्रम आयोजित करके मिठाइयों के साथ गांव के बच्चो के लिए स्कूली बस्ता महिलाओं के साड़ी और बुजुर्गो के लिए धोती और लुंगी खरीदकर बांटे।
इसके बाद इस गांव के बच्चे बुजुर्ग और महिलाओं के चेहरे पर खुशी देखी जा रही है।आपको बता दे की धरमजयगढ़ के दमास में स्थित मलका कंपनी के द्वारा 8 मेगावाट बिजली प्रोजेक्ट को लेकर कार्य किया जा रहा है ऐसे में गांव के विकास को लेकर उक्त कंपनी लगातार सामाजिक उत्तरदायित्व का निर्वहन कर रही है।
गांव के विकास के साथ साथ जरूरतमंद ग्रामीणों को रोजगार के अलावा उन्हे आर्थिक रूप से भी मजबूत करने हरसंभव प्रयास कर रही है।इस दौरान कंपनी के महाप्रबंधक रोहित श्रीवास्तव ने कहा कि इसका मुख्य मकसद अभाव में जी रहे मासूम बच्चों सहित ग्रामीणों के चेहरे पर मुस्कान लाना है। वहीं कंपनी के प्रोजेक्ट मैनेजर विवेक सिंह ने बताया कि बताया कि ग्रामीण क्षेत्रों में शासन द्वारा संचालित जन कल्याणकारी योजनाओं के तर्ज़ पर मलका कंपनी दमास गाँव के लिए बेहतर कार्य करेगी
जिसके बाद कंपनी के महाप्रबंधक रोहित श्रीवास्तव से इस गांव की स्थित को साझा कर गांव के जरूरतमंदों की स्थिति सुधारने की पहल करने की योजना बनाई गई। और उसके बाद रविवार की सुबह गांव के बच्चो महिलाओं और बुजुर्गो को कपड़ा और जूता प्रदान किया गया
क्या कहते है गांव के बच्चे बुजुर्ग और महिला
मलका कंपनी के अधिकारी कर्मचारियों ने बच्चो को जूता और स्कूल बैग तथा बुजुर्गो को धोती और लुंगी तथा हम महिलाओं को साड़ी प्रदान किया है यह कंपनी जबसे गांव में आई है तबसे गांव में विकास कार्य हो रहा है साथ ही कंपनी गांव के बच्चों बुजुर्गो और महिलाओं का भी ख्याल रख रही है जिससे गांव में विकास की उम्मीद जगी है।
कंपनी के लोगो के द्वारा गांव में सराहनीय कार्य किया जा रहा है इससे पहले गांव के जरूरतमंद लोगों के लिए किसी ने कोई ध्यान नहीं दिया लेकिन कंपनी के लोग ग्रामीणों का दुख दर्द समझ रहे है और गांव वालो को मदद कर रहे है साथ ही आगे भी हरसंभव मदद करने की बात कह रहे है ताकि गांव के लोग और कंपनी दोनो मिलकर इस गांव को बेहतर बना सके।और इस प्रोजेक्ट को तैयार कर सके जिसका लाभ पूरे क्षेत्र को मिलने वाला है।